जीवन में सदैव देने की ईच्छा रखो
जीवन में सदैव देने की ईच्छा रखो, तो पाना तो स्वयं ही हो जायेगा...
पाना पड़ता नही है, देना पड़ता है
पाना पड़ता नही है, देना पड़ता है
हम क्या दे रहे हैं, उसी पर पाना निर्भर करता हैं..
मैने मेरे जीवन में मेरे *'गुरु को परमात्मा माना
ईसीलिए मैं परमात्मा को पा सका...
*परम पूज्य श्री शिवकृपानंद स्वामीजी*
मैने मेरे जीवन में मेरे *'गुरु को परमात्मा माना
ईसीलिए मैं परमात्मा को पा सका...
*परम पूज्य श्री शिवकृपानंद स्वामीजी*
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