स्वामीजी का उद्देश विश्व की सभी आत्माओंका आध्यात्मिक विकास तथा उन्हें जीते जी मोक्ष की स्थिती प्रदान करना है

परम पूज्य स्वामीजी का उद्देश विश्व की सभी आत्माओंका आध्यात्मिक विकास तथा उन्हें जीते जी मोक्ष की स्थिती प्रदान करना है । इसलिए वे इस अमूल्य ज्ञान को विश्वभर में निःशुल्क बाँट रहे है । स्वामीजी स्वयं चैतन्य सागर है किन्तु स्वयं को गुरु ऊर्जा का माध्यम मात्र मानते है ।उनकी इस सौम्यता -सादगी को शत शत नमन 
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सहधर्मचारिणि.....
गुरुमाँ.....
 ही..स..योग..[ ५ ]
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