मैं शरीर नहीं हूँ

"मैं शरीर नहीं हूँ,

मैं एक पवित्र आत्मा हूँ,
में एक शुध्ध आत्मा हूँ |

मैं शरीर नहीं हूँ, में परमात्मा का एक पवित्र अंश हूँ |"

ऐसा अभ्यास कर आत्मा जब अपने शरीर पर नियंत्रण करेगा, तब धीरे-धीरे शरीर को स्वयं का एहसास कम होगा और आत्मा का एहसास अधिक होगा | और जैसे-जैसे शरीर का एहसास कम होगा, शरीर की समस्याएँ भी कम होगीं |

शरीर का एहसास है, इसलिए ही शरीर की समस्या है |

हि.स.यो-४

.

Comments

Popular posts from this blog

Subtle Body (Sukshma Sharir) of Sadguru Shree Shivkrupanand Swami

सहस्त्रार पर कुण्डलिनी