अंन्तरराष्ट्रीय योग दिवस
आज अंन्तरराष्ट्रीय योगदिवस है। इसे प्रांरभ करने मे हमारे देश भारत की और भारतीयो की प्रमुख भुमीका है। “योग” भारतीय सस्कृती का वीश्व को एक उपहार है।“योग” का अथे मनुष्य के शरीर का अपनी आत्मा के साथ विलीन हो जाना। लेकीन आज “योग” का अथे लगाया जा रहा है। केवल योगासन करना जब की योगासन “ समग्र योग” का केवल आठवा हिस्सा ही है। हम भारतीयो को “समपेण ध्यान योग” के माध्यम से समग्र योग का ज्ञान हमे हमारे हिमालय के गुरूओ के माध्यम से मीला है।लेकीन अब यह ज्ञान हमे समस्त विश्व मे बांटना है। यह ज्ञान बांटना हमारा गुरूकाये भी है। और नैतीक जबाबदारी भी है। कयोकी सभी jiहमारे समान भाग्यशाली नही होते की उन्हे समग्र योग का ज्ञान की “अनुभुती” हो सके। अनुभुती का ज्ञान ही सत्य ज्ञान है। पुस्तको का ज्ञान तो केवल
जानकारी भर है।
आप सभी को “अंन्तरराष्ट्रीय योग दिवस” पर खुब खुब आशिेवाद
आपका अपना
बाबा स्वामी
शिवकृपानंद स्वामी
21/6/2018
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