चेतावनी
मेरे जिवन काल मे तो मेरा श्री मंगल मूर्ति की स्थिति पर सतत ध्यान है और उनके वाइब्रेशन थोडे भी कम हो मुझे तुरन्त पता चलता है और वह ठीक भी कर लेता हु। मेरी चिन्ता मेरे जीवन काल के बाद की है क्योकी बाद मे श्री मंगल मूर्ति के गर्भगृह मे जो वातावरण होगा और जीस भाव के साथ पुजा होगी तो सब कुछ उसी पर निभेर होगा। क्योकी बाद मे तो वाइब्रेशन कम हुये है यह जानकारी देने वाला भी कोई नही होगा तब आवश्यक नही की सभी स्थान के वाइब्रेशन एक जैसे हो। मंगल मुती का गर्भगृह वह स्थान है जहां से आश्रम की प्रगती और विकास निर्भर है।
बाबा स्वामी
19/6/18
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