वो एक कहावत है ना "जितनी चदर  हो उतने पैर पसारो" वो कहावत मेरे बारे में उल्टी पड़ती है आप पहले पैर पसार लो चदर मैं ओढा दूँगा जितना फैलाड़ा करना है उतना फैलाड़ा कर लो चदर कहा से आएगी उसकी चिंता मत करो अपना बाप चदर बना रहा है ऊपर!!!
तो एहसास करो कि किस के साथ हो किस के सानिध्य में हो।

-- बाबा स्वामी

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