••◆ जब आप मन की मनोदशा से ऊपर उठते हो , जब आप जीवन में सुख और दुख की स्थिति से ऊपर उठते हो तब आपके चित्त का नवनिर्माण प्रारंभ होता है। ••◆ एक छोटासा विचार आपके जीवन में एक पानी क...
सभी आजीवन साधकों को मेरा नमस्कार . . . आज से नवरात्रि का उत्सव प्रारंभ होने जा रहा है। *यह उत्सव शक्तियों की 'उपासना' का बड़ा अच्छा अवसर है आपने 'उपासना का मार्ग' गुरुकार्य को मान...
◆ *अकेला व्यक्ति कभी भी स्वयं की प्रगति , स्वयं की प्रोग्रेस नहीं कर सकता है।* इसलिए मैं बार-बार सेंटरो की , सामूहिकता की बात बताते रहता हूँ। ताकि बार-बार सामूहिकता की बात उठाक...
आप अपने पूण्य कर्मों के कारण मेरे तक पहुंचे हो । अब वे समाप्त हो गये है । अब फिर हम जीवन में फिर मिलेंगे या नहीं, इसलिए कहता हूं - अपनी आत्मा को ही गुरु बनाओ तो गुरु के रूप में मैं ...
◆ गुरु कोई तुलना करने की चीज नहीं है। दो गुरुओं की तुलना कभी भी नहीं करनी चाहिए। गुरु एक ही होना चाहिए , तब ही चित्त की एकाग्रता एक ही स्थान पर हो सकती है। जिस तरह से मेरे जीवन मे...
*सभी पुण्यात्माओं को मेरा नमस्कार . . .* आप लोग बार-बार आपकी समस्या लेकर मेरे पास आते हो। *आज पहली बार और आखरी बार मैं मेरी समस्या लेकर आपके पास आया हूँ* क्योंकि इस समस्या का हल आप ह...
मुझे लगा था, गुरुसानिध्य से मोक्ष प्राप्ति होगी | शायद जानती न थी कि गुरुसानिध्य मोक्ष मार्ग तक हमें पहुँचाता है, *ध्यान साधना करने को प्रेरित करता है किंतु साधना स्वयं करनी...
◆ *माँ का कर्तव्य है कि बच्चे को सही रास्ता बताए , सही मार्ग बताए। अन्यथा , भविष्य में अगर कुछ गलत हुआ , तो उसका जिम्मेदार आप नहीं मैं रहूँगा।* इसलिए सही वक्त पर सही बात कहने का आज ...
જય બાબા સ્વામી 🌹 ગહન ધ્યાન અનુષ્ઠાન એ સમય છે કે જ્યારે પરમ પૂજ્ય સ્વામીજી એકાંતમાં ૪૫ દિવસ ધ્યાન કરે છે, આ સમયે ખૂબ જ ચૈતન્ય પૂર્ણ વાતાવરણ દાંડી આશ્રમ તેમજ સર્વત્ર થઈ જતું ...
◆ महाराष्ट्र में पंढरपुर गाँव में विठ्ठल-कृष्ण का बहुत बड़ा मंदिर है। जहाँ कृष्ण भगवान की मूर्ति काले पत्थर से बनी हुई है। कृष्ण का स्वरूप काले रंग का होने के बावजूद भी उनक...
जिस स्थान पर बातें की जाती हैं वहाँ बातों तथा बात करने वालों के अनुसार ऊर्जा संचित होती है कितु जहाँ मौन रहा जाता है वहाँ ऊर्जा का स्तर अच्छा होने की संभावना अधिक होती है। ब...
समर्पण की ट्रेन में स्टेशन निश्चित करके मत चढ़ो, कोई इच्छा लेकर मत आओ, क्योकि वह इच्छा तो अवश्य पूर्ण होगी पर ध्यान छूट जाएगा। मैं तो गुरु के सानिध्य में रहने के लिए चढ़ा था, तो क...