शिवतत्व की महिमा

कई लोग शिवभक्त होते हैं और शिवजी की उपासना भी करते हैं। *किन्तु शिवजी की उपासना अनुभूति करने की बात है , ना कि केवल उपासना।* यदि शिव की उपासना करने के बाद भी , हम में शिवजी के प्रति अनुराग ना हो या जीवन में संतुष्टि ना हो , तो ये सारी उपासना ही निरर्थक है। *आपके भीतर शिव उपासना से ऐसा अनुराग पैदा होना चाहिए और ऐसा संतोष आना चाहिए , जो जीवन के हर क्षण हर स्थान पर आपको सुखी और संतुष्ट रखें।* यदी आप छोटीसी झोपड़ी में भी रहते हो तो वह झोपड़ी में भी आप स्वर्ग का आनंद मना सको। *ईश्वर ने हमको जिस परिस्थिति में रखा वह संपूर्णरूप से स्वीकार करके , संपूर्णरूप से आनंदित जीवन व्यतीत करें वही सच्चा "शिवप्रेम" है और वही सच्चा "शिव-तत्व" है।*

*🌹H. H. Swamiji🌹*

*महाशिवरात्रि - १२ मार्च २००२*

*-श्री बाबास्वामी धाम का भूमिपूजन समारोह*
मोगार गाँव , नवसारी

स्रोत :
*।। मधुचैतन्य दिव्य संदेश ।।*
(पृष्ठ : १३)

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