गुरु विश्वचेतना का माध्यम
" गुरु विश्वचेतना का माध्यम है । चैतन्य कोई भौतिक वस्तु नही है । इसे ग्रहण करने के लिए स्पर्श करने की आवश्यकता नही होती । हमारा चित्त ही चैतन्य ग्रहण करता है , इसलिए चित्त गुरुचरणों मे होना चाहिए ।"....
प..पू..वंदनिय
गुरुमाँ
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