भाव

आजकल भाव की कमी हैं । प्रश्न आता है , भाव कहाँ से लाए ? भाव शरीर से आता नही है । शरीर से भाव नही प्रगट हो सकता है । भाव प्रगट होने के लिए आपको आत्मा बनना होगा और आत्मा बनने के लिए , ध्यान करना होगा , शरीर भाव छोड़ना होगा । जैसे ही शरीर भाव छोडोगे , आपके अंदर आत्मभाव जागृत हो जाएगा और आत्मभाव जागृत होने के बाद में , आप आत्मा से केवल भाव करोगे । भाव करने से ही सारा निर्माण कार्य हो सकता है । औऱ होगा !तो आप सिर्फ़ भाव रखो । शुद्ध भाव रखो । शुद्ध भाव रखो औऱ सामूहिकता में प्रार्थना करो ।

~सद्गुरु श्री शिवकृपानंद स्वामीजी
~समर्पण ध्यान योग
~गुरुपुर्णिमा - २०१६

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