आप क्या करते हो उसपे सदैव गुरुशक्तियों की नजर होती है।

आप क्या करते हो उसपे सदैव गुरुशक्तियों की नजर होती है। बस इस बात का एहसास आपको होना चाहिये। कई बार गुरुशक्तियां आपको अनुभव भी करा चुकी है। अब उस अनुभव से कुछ सीखो। चित्त स्वयं गंदा या कमजोर नहीं होता, हम उसे दिनभर हजारों लोगो में डालकर गंदा और कमजोर कर देते है। आप आंखो से भी किसी की फोटो देखते हो तो उसका अच्छा या बुरा प्रभाव आप पर पड़ता है। तो आप तो जीवन में आये बुरे बुरे व्यक्तियों की  फोटो चित्त से कई बार देखते हो और चित्त को गंदा करते हो। अब बहोत हो चुका, जीवन में बुरी घटना एक बार घटी होगी पर आप उसे याद करके बार बार घटित करते हो।अब इन सबसे बाहर आ जाओ। यह तुम्हारे लिये कठिन होगा, यह तुम कहोगे, यह तो मै मानकर ही चल रहा हूँ। इसलिये कह रहा हूँ, मेरे चैतन्य को अपने पास अनुभव करो, तो इन सब बातों से आपको मुक्ति मिल जायेगी। या तो तैर कर नदी पार करो या "समर्पण नाव" से पार करो। पर नाव पर बैठना है तो नाव के नाविक पर सम्पूर्ण विश्वास और श्रध्दा रखना होगी। अब आप का आप जानो, मुझे बताना था मैंने बता दिया। आप सभी उस पार जीवन में पहुंचे इसी शुध्द इच्छा के साथ l

~ आपका अपना
बाबा स्वामी

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