नकारात्मक शक्तियों का मुख्य 'उद्देश' 

"नकारात्मक शक्तियों का मुख्य 'उद्देश'  आपको सामूहिकता से 'अलग' करना है | ताकि वह आपका शिकार आसानी से कर सके | यह बिलकुल जंगल जैसा है | जंगल में शेर जब भी किसी हिरन का शिकार करता है तो वह प्रथम हिरन जो कमजोर है, दौड़ नहीं सकता ऐसे ही हिरन को खोजता है | मेरे 'अहंकारी साधक' भी ऐसे ही कमजोर हिरन हैं जो अपने अहंकार के कारण, जो बताया है, उससे कुछ अलग करने जाते हैं और फिर सामूहिकता से अलग हो जाते हैं और नकारात्मक शक्ति रुपी 'शेर' के आसान शिकार हो जाते हैं |"

('आत्मेश्वर', बारहवें अनुष्ठान के संदेश, पेज 16)

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