आत्मा पर चित्त
अगर आप "आत्मा " पर चित्त रखना सीख जाएँगे तो आप जान पाएँगे ,आप किनके साथ जीवन जी रहे हो । प्लास्टिक की गोटीयाँ गिनकर १-२-३-४ बोलना अब बहूत हो गया । अब बिना प्लास्टिक के गोटियों के बोलना प्रारंभ करो ।अब आपको ध्यान करने के लिए सदगुरु के फोटो की आवश्यकता नही होनी चाहिए ।अब सदगुरु की आत्मा पर चित्त रखने का समय आ गया है । फोटो तो नए साधकों के लिए रखो ।यह करने मे सफल हुए तो कूछ प्रगति हुई है ,यह समझो ।
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☘आशीर्वचन☘
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🌹प.पू.गुरुदेव🌹
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