๐บ เคुเคฐुเคृเคชा ๐บ
••● कृपा का संबंध शरीर के साथ नहीं है।
••● गुरुकृपा के ऊपर गुरु का कोई नियंत्रण नहीं है। गुरुकृपा पे गुरु का कोई अधिकार नहीं है।
••● गुरुकृपा कोई ऐसी चीज नहीं है जो जेब में से निकालके दी जा सकती है। क्योंकि वो गुरु के पास होती ही नहीं है।
••● गुरुकृपा गुरु के पास नहीं होती है , गुरु के माध्यम से प्राप्त करना होती है। वो माध्यम है। उसके पास थोड़ी है ! उसका अधिकार नहीं है। उसकी प्रोपर्टी नहीं है। उसकी संपत्ति नहीं है।
••● गुरुकृपा तो साक्षात परमेश्वर की कृपा है। उसके ऊपर किसी गुरु के शरीर का कैसे अधिकार हो सकता है ?
••● ये नैसर्गिक है। और जो नैसर्गिक है उसके ऊपर किसी भी व्यक्ति विशेष का अधिकार न होता है , न होगा , न हो सकता है।
🌹परम पूज्य श्री शिवकृपानंद स्वामीजी🌹
गुरुपूर्णिमा महोत्सव २०१९ - समर्पण आश्रम , अरडका
मधुचैतन्य (पृष्ठ : १४)
सितंबर-अक्टूबर २०१९
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