Q & A

प्रश्न:पूज्य स्वामीजी , अगर कोई स्त्री सगर्भा (गर्भवती) हो , तो उनका आनेवाला बच्चा आध्यात्मिक रूप से शक्तिशाली बने इसके लिए वह गर्भवती स्त्री को क्या सूचनाएँँ देना चाहिए?

*स्वामीजी :* उसने भी ध्यान करना चाहिए , उसने भी मेडिटेशन्स करना चाहिए। जितना ध्यान करेगी , जितना मेडिटेशन्स करेगी , तो ऑटोमेटिकली एक अच्छे संस्कार , एक अच्छे एनर्जी के संस्कार , अच्छे सकारात्मक संस्कार वो गर्भ पे ऑटोमेटिकली होते चले जाएँगे। तो उसके लिए कुछ करने की , कुछ बताने की आवशकता नहीं है , ध्यान करने की आवशकता है और अपनी अच्छी स्थिति बनाए रखने की आवशकता है। और आसपास,  बहुत कठिन है , हँँ , अच्छी स्थिति बनाके रखना। क्योंकि क्या होता है मालूम है , आपके आसपास इतने आपके चित्त को दूषित करनेवाले लोग मिलते हैं , जो न चाहते हुए भी बेकार में आपका अटेन्शन (चित्त) उस तरफ लेकर जाएँगे कि आपका चित्त खराब हो। ऐसे वातावरण रहा तो भी अपने चित्त को नियंत्रित करो और अच्छे कार्य के अंदर एकाग्र करो और चित्त को भीतर की ओर रखो। बाहर जाएगा ही नहीं , बाहर गया तो भटकने का चान्सेस (शक्यता) है। तो एक अच्छे संस्कार ऑटोमेटिकली वो गर्भ पर होना चालू हो जाएँगे।

मधुचैतन्य अक्टूबर २०१४ पृष्ठ:६९

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