गुरुशक्तिधाम

अब आप किसी भी गुरुशक्तिधाम में जाके , किसी भी हँ, किसी भी गुरुशक्ति धाम में जाके अगर मंगलमूर्ति को  साष्टांग नमस्कार करते हो तो एक अनुभूति होगी , आपके बँँकबोन (रिढ की हड्डी) से कुंडलिनी सीधे सहस्त्रार पे आ जाएगी।

अब कोई सामान्य मनुष्य भी प्रयोग करके देखो ना , कोई आपके मित्र को , रिश्तेदार को गुरुशक्तिधाम लेके जाओ और उसको बोलो - तू इच्छा कर , मुझे आत्मसाक्षात्कार मिलना चाहिए , मुझे आत्मजागृती मिलना चाहिए और ऐसा साष्टांग नमस्कार करके प्रार्थना कर तीन बार। उस प्रार्थना से ही अनुभूति प्राप्त हो जाएगी।

-- *पूज्य स्वामीजी*

गहन ध्यान अनुष्ठान पूर्णाहुती समारोह, महाशिवरात्री , २०१४

*मधुचैतन्य अप्रैल २०१४ पृष्ठ:१३*

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