समर्पण ध्यान योग शिबिर

जब शिबिर चल रही होती है तब गुरुदेव एकांत में रहते हैं ताकि वे उन सभी स्थानों पर चित्त रख सकें जहाँ शिबिर चल रही हो। शिबिरों में जो चैतन्य प्रवाहित होता रहता है वह गुरुदेव का चित्त शिबिरों पर रखने से होता है।

                    *--- पूज्या गुरुमाँ*

*मधुचैतन्य जुलाई २०१८/३७*

*॥आत्म देवो भव:॥*

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