आत्मीय सामूहिकता
ध्यान   शिबिरोँ   एवम   पूज्य   गुरुदेव   के   मार्गदर्शन   के   कारण   " समर्पण ध्यान "  से   जुड़े   साधक   सामूहिकता   की   आवश्यकता   एवम   महत्व   अच्छी   तरह   से   जानने   लगे   है - - -
[ १ ]  वैचारिक   प्रदूषण   से   बचने   के   लिए ...
[ २ ] तनाव से मुक्ति पाने के लिए ...
[ ३ ] आत्महत्त्याए रोकने के लिए ...
[ ४ ] सृष्टी के नवसर्जन एवम विनाश की प्रक्रिया में सुरक्षाकवच प्राप्त करने के लिए ...
[ ५ ] समस्याएँ दूर करने के लिए ...
[ ६ ] अपने चित्त की शुद्धी के लिए ...
[ ७ ] ध्यान की अच्छी स्थिति प्राप्त करने के लिए ...
[ ८ ] आध्यात्मिक प्रगती एवं आत्मशाँति के लिए ...
[ ९ ] आत्मजागृति के लिए ...
[ १० ] मोक्ष की स्थिति प्राप्त करने के लिए सामूहिकता आवश्यक है ।
डॉ .चक्षुबेन भट्ट *
[मधूचैतन्य ]
ज .फ .मा .२०१४
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