परमात्मा जीवन का लक्ष्य

*परमात्मा जीवन का वह लक्ष्य है जो मनुष्य जीवन को संपूर्ण समाधान प्रदान करता है । और मनुष्यजीवन को पूर्णत्व प्रदान करता है । उस पूर्णत्व को पाने का नाम ही 'मोक्ष' है ।*

*मोक्ष वह स्थिति है जिसे पाना ही प्रत्येक आत्मा का लक्ष्य होता है । पर कुछ आत्माएँ शरीर को एक सीढी मानकर उस तक पहुँच जाती है और कुछ आत्माएँ शरीर को ही मंजिल मानकर सारा जीवन ही सीढी पर ही निकाल देती है ।*

*प्रत्येक जन्म में इस सीढी की एक पादान तो वह अवश्य चढ़ती ही है , इसीलिए कहते हैं -- मोक्ष पाना वह स्थिति है जो जन्मों-जन्मों के प्रयत्नों के बाद मिलती हैं ।*

*हिमालय का समर्पण योग*
*भाग - ५*

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