पति को परमेश्वर बनाना स्त्री के हाथ में है।
पति को परमेश्वर बनाना स्त्री के हाथ में है। उसमे ईश्वरीय तत्व का निर्माण केवल उसकी पत्नि ही कर सकती है। पत्नि का दृढ विश्वास ही पति में यह तत्व जागृत कर सकता है। जिस प्रकार पत्थर की गणेश के रूप में पूजा कर हम उस पत्थर में गणेशतत्व का निर्माण करते है, ठीक उसी प्रकार पति को ईश्वर मानकर हम उसमें भी ईश्वरीय तत्व जागृत कर सकते हैं ।
पूज्य गुरूमाँ
मधुचैतन्य - अप्रेल, मई, जून /2002
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