आने वाली पीढ़ियों की चिंता मत करो
"आपको में इतना ही कहना चाहता हूँ कि आप आने वाली पीढ़ियों की चिंता मत करो, क्योंकि आने वाले समय में हिमालय के कई गुरु जन्म ले चुके होंगे और आज भी ले चुके हैं, अभी बच्चे हैं | समय के साथ उनका भी कार्य प्रारंभ होगा और अपने देश का भविष्य बहुत उज्जवल है | आप वर्तमान में रहो | एक-एक दिन आपके हाथ से फिसल रहा है | अपना स्वयं ही निरीक्षण करो कि प्रत्येक वर्ष 'मैं' कितना मुक्त हो रहा हूँ | 'मुक्ति' एक लक्ष्य है, उस और प्रत्येक दिन आपको आगे बढ़ना है | 'मुक्त अवस्था' एक दिन में प्राप्त नहीं होती है, उस स्थिति को पाने के लिए आपको अपने एक-एक 'झमेले' कम करते रहना होगा | आप तो रोज ही नए-नए झमेले खड़े कर रहे हो | संपूर्ण समर्पित होने की आवश्यकता है |"
('आत्मेश्वर', बारहवें अनुष्ठान के संदेश, पेज 83)
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