कमजोर , छोटे लोगों का संगठन अधिक मजबूत होता है क्योंकि उनमें 'मैं' नहीं होता और वे जानते हैं कि संगठित प्रयास उनकी आवश्यकता है।

हि.का स. यो. १/३३९

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