जिवन का एक ही लक्ष् है।
सभी गुरूशक्तीधाम के गभेगृह का सपुणे नीमाेण काये और श्री मंगल मुतीे की स्थापना करना ही अब जिवन का लक्ष बना लिया है।यह पुणे करने
के लिये मेरे पास पयाेप्त धन भी मेरे
पास नही है। पर मुझे गुरूशक्तीयो पर
पुरा विश्वास है। गुरूशक्तीयो का काये मे कभी न धन की कमी पडी है और न भवीष्य मे न कभी पडेगी।
अभी तो गुरूशक्तीया आपका हाथ पकड कर आपसे काम करवा रही है।
इस लिये अभी काये करना आसान है। बाद मे तो अापको गुरूशक्तीयो की उंगली पकड कर काये करना पडेगा।
आप कितने समय उंगली पकड कर रख पाओगे उस पर ही काये की प्रगती निभेर होगी।
सदगुरू का जिवन काल छोटा पर काये बहुत बडा होता है। इस लीये सदगुरू को सदैव सब काये की जल्दी होती है ।
आपको गुरूशक्तीया क्या कहना चाहती है।यह तो आप समझ ही जाय बस यह गुरूचरणी प्राथेना है।
आप सभी को खुबखुबआशि्वाद
बाबा स्वामी
10/8/18
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