चक्र का संबंध आपके चित्त के साथ

इस चक्र का संबंध आपके चित्त के साथ है। आपका चित्त जितना बाहर की ओर होगा उतना ही वह कमजोर होगा। और चित्त कमजोर हो जाने पर शरीर में एक आसंतुलन की स्थिति भी निर्माण हो जाएगी। यह चक्र खराब होने से पेट की बीमारियाँ होती हैं। बच्चा न होना भी इस चक्र का दोष होता है। इसको अलग-अलग उदाहरणों से समझाया।

भाग - ६ -२१३

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