ध्यान का शौक

प्रत्येक  व्यक्ति  ध्यान  को  शौक  बनाकर  के  ले  कि  ये  मेरा  शौक  हैं , मुझे  ध्यान  करना  अच्छा  लगता  हैं  इसलिए  मैं  ध्यान  करतीं  हूं  या  ध्यान  करता  हूँ । ऐसा  जब  भाव  आपके  अंदर  आप  लाओगे  ना , आप  देखोगे  कि  आप  उस  मुकाम  तक  पहुँचोगे  जहाँ  जीवन  में  पाने  के  लिए  कुछ  बाकी  नहीं  रहा ।

बाबा स्वामी
सौराष्ट्र आश्रम
7/1/2016

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