कमेबंन्ध से बचो
अभी गुरूपोणिेमा बहुत अच्छी हुयी
और एक सफल आयोजन के लीये
“कच्छ समपेण आश्रम कमेटी”
बधाई की पात्र हैं।
लेकीन कुछ साधको का गुरूशक्तीयो
को पता चला जो दुसरे ने कीये गये
“गुरूकाये” को मैने कीया कह कर
प्रस्तुत करते गुरूशक्तीया तो सब
जानता है। मन ही मन हंसती है।
लेकीन मन मे सोचती है।
की जो काये आपके हातसे हुआ भी
हो उसको भी अपने कमे के खाते मे
मत बांन्धो तो यह “ नादान” तो जो काये उसने कीया भी नही वह दुसरो ने कीया काये भी अपने खाते मे जमा कर नये जन्म लेने का “कारण “
खुद ही खडा कर रहा है।
अब एक पेशन्ट जिना ही नही चाहता
तो डॉ उसे क्या खाक बचायेगा।वाली
स्थिती है।
इसलीये इस स्थीती आप तो कम से कम बचो । भुलकर या अन्जांने मे भी
दुसरो ने किये गये अच्छे काये का क्षेय
अपने को मत दो और गुरूशक्तीयो के
सामने तो बीलकुल ही मत रखो क्योकी तुम्हरी आत्मा जानती है की तुम झुठ बोल रहे हो।
क्योकी मॉं।बाप। और सदगुरू के
साथ हमारे बडे भितर की गहराई के
संमन्ध होते है। और आपके माध्यम
अगर इनको तकलीफ हुयी है। तो
पा “ मृत्यु” के समय सिनेमा जैसे
आपके सामने घुमेगै और उस समय
तुम परमात्मा मृत्यु की भीक मांगोगे
क्योकी यह बात तुम याद करना नही
चाहते।
इस लीये ऐसी परीस्थीती बचो बस यही कहना है।
आप सभी को खुब खुब आशिेवाद
आपका अपना
बाबा स्वामी
2/8/2018
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