पत्ते कुछ समय पश्चात पिले होने लग जाते हैं।

पत्ते कुछ समय पश्चात पिले होने लग जाते हैं। पिले होकर जब वे महसूस करते हैं कि वे अब किसी कामके नहीं रहे,तो पत्ते स्वतः ही गिर जाते हैं।वे बेकार झ।ड़ पर बोझ बनना नहीं चाहते हैं।वे जब तक वृक्ष को मदद कर सकते हैं, तब तक ही वृक्ष पर बने रहते हैं।बाद में वृक्ष से गिरकर फिर वृक्ष की जड़ को अपना अस्तित्व
समर्पित कर देते हैं।
  
हि. का. स. यो.👉(1)पेज 33👉003

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