कार्य

जिवन  मे हम कोई कार्य करना है करना है ,ऐसा बार बार आलस के कारण केवल विचार करते है। हम जितने समय विचार करते है उससेअगर हम कार्य करना प्रांरभ करते है,.तो उससे केवल १० प्रतीशत समय मे ही वह कार्य पुरा भी हो जाता है।

बाबा स्वामी
२७/१०/१७

Comments

Popular posts from this blog

Subtle Body (Sukshma Sharir) of Sadguru Shree Shivkrupanand Swami

सहस्त्रार पर कुण्डलिनी