दिवाली से सुख की प्राप्ती के लिये

इस दिवाली से सुख की प्राप्ती के लिये स्वावलंबी बने.... तो ही जीवन मे सुख की प्राप्ती होगी |

हम सुख की प्राप्ती के लिये कीसी दुसरे पर निभेर होगे... तो... वह स्वावलंबन नही होगा |

दुसरा हमे अस्थाई सुख दे सकता है स्थाई रूप से नही |

सपुणे सुख की प्राप्ती...
केवल और केवल...
अपने भितर से ही संभव है |

वह आत्मसुख... वह इस
दिवाली  से आप के जिवन मे प्राप्त हो यही प्रभु से प्राथेना है |

आप सभी को इस दिवाली पर खुब खुब आशिेवाद |
                     
आपका
बाबा स्वामी
19-10-2017

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