स्थाईत्व देने में स्त्री - शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है।
इस समर्पण ध्यानयोग में इसके प्रचार - प्रसार में, इसको स्थाईत्व देने में स्त्री - शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है। माने, पुरुष तो आयाराम - गयाराम रहते है। आते है, कभी जाते है, सब दिखता है मेरेको। लेकिन जो स्थाइत्व है ,माने जड़ है, समझ लो पुरुष अगर तना है तो स्त्रियाँ उसकी जड़ है। उस जड़ के कारण ही उसको स्थाईत्व प्राप्त हो सका है।
परमपूज्य गुरुदेव
महाशीवरात्री
२०१५
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