आज उसका अर्थ पूर्ण रूप से सिर्फ समझा ही नही अनुभव भी कर रही थी ।
आज उसका अर्थ पूर्ण रूप से सिर्फ समझा ही नही अनुभव भी कर रही थी । " जेहि विधि राखे राम तेही विधि रहिए सुखों को जो अपना कहिए दुखों को भी सहीए हो राम जेहि विधि राखे राम ..... ******************* गुरु माँ माँ ..पुष्प ..१