हमारा समर्पण ध्यान है क्या ?

हमारा   समर्पण   ध्यान   है   क्या ? हमारा   समर्पण   ध्यान  'समर्पण ' से   शुरू   होता   है । तो   जब   हम   समर्पित   है , हम   जानते   है   गुरुशक्तियाँ   हमे   बिल्कुल   हथेली   पे   कोमल   पुष्पों   की   तरह   सँभालति   है । तो   फिर   हम   उन   गुरुशक्तियोँ   के   प्रति   समर्पित   क्यों   नही   होते ? क्यों   हम   पूर्ण   विश्वास   नही   रखते   की   सब   जो   होगा   अच्छे   के   लिए   होगा । तो   जब   हम   पूर्ण   विश्वास   के   साथ   आगे   बढेन्गे   तो   कुछ   गलत   हो   ही   नही   सकता । किसी   तरह   से   कुछ   भी   गलत   नही   होगा । यदि   कहीँ   हम   असफल   है   भी , तो   असफल   देह   है   और   देह   को   सही   रास्ते   पे   लाने   के   लिए   मन   को   सही   रास्ते   पे   लाने   के   लिए   वो   परिस्थितियाँ   गुरुशक्तियोँ  ने   निर्माण   की ,  ताकि   वहाँ   ठोकर   खाओ   और   आप   सही   रास्ते   पे   आओ।
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पूज्या गुरुमाँ
मकरसंक्रांती २०१७

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