गुरुदेव [ आंगंतुक ] ने आशीर्वाद दिया "अखंड सौभाग्यवती भव

मेरी    " ।। माँ ।।"
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गुरुदेव   [ आंगंतुक ]  ने   आशीर्वाद   दिया  "अखंड सौभाग्यवती   भव । तुम   इसकी [ स्वामीजी की ] चिंता   मत   करना । मै   इसका   पूरा   ध्यान   रखुँगा ।" कहकर   जाने   लगे ।...
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गुरु माँ - - - पुष्प  १- ३९

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