मन ही मनुष्य के बंधन और मोक्ष का कारण है ।
मन ही मनुष्य के बंधन और मोक्ष का कारण है ।
आसूरी [ नकारात्मक ] गुण मोक्ष के बाधक है और दैवी [ दिव्य ] गुण मोक्ष कारक है ।
अज्ञान बंधन कारक है और ज्ञान मुक्तीदायक है ।
अहंकार , रजोगुण और तमोगुण बंधन करते है ।
ऋण , हत्या और वैरभाव , ये सब मोक्ष मार्ग में बाधक होते है ।
सिद्धियाँ भी मोक्ष में बाधक है।
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ही .का .स .योग [ ३ ]
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ही .का .स .योग [ ३ ]
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