उस अवसर का सम्पूर्ण लाभ लेने के लिए
उस अवसर का सम्पूर्ण लाभ लेने के लिए किस किस पादानों से गुजरना होता है। कैसे कैसे पादाने चढ़ते है। और पूर्णत्व तक पहुँचते है। वही आज हम देखेंगे।
गुरुपूर्णिमा तक पहुँचना, गुरुपूर्णिमा में शामिल होना काफी नहीं है। ये तो शरीर से हुआ। अभी आत्मा से शामील होने का है।
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(गोआ गुरुपूर्णिमा २०१० के गुरुदेव के प्रवचन से)
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(गोआ गुरुपूर्णिमा २०१० के गुरुदेव के प्रवचन से)
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