सामूहिकता-हाइवे....कब तक----2

प्रश्न 28 : सामूहिकता के साथ कब तक रहना यह कैसे मालूम पड़ेगा ?

स्वामीजी : नहीं, नहीं | देखो, अब जैसे हाईवे है | यहाँ से मुंबई पहुँचने का है | तो उतने देर तक हम हाईवे का इस्तेमाल करते हैं | बाद में मुंबई पहुँचके अपने को अपनी गली में जाने का है तब हाईवे को छोड़ते ही है ना ! तो उसी प्रकार से गुरु का है और सामूहिकता का है | एक झड़प से प्रोग्रेस तक का वो है | उसके बाद में आगे का रास्ता अपने को ही अपना तय करना पड़ता है |

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, भावनगर |
मधुचैतन्य : मार्च,अप्रैल-2016

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