संघर्ष

पौधों  की  तरह  हम  मानव  भी  जब  सब  तयार  पाते  हैं , श्रम  किये  बीना  पाते  हैं  तब  हम  भी  विकसित  होते  हैं , किंतु  मजबूत  नहीं  होते  । जीवन  में  थोड़ी -सी  असफलता  भी  हमें  तोड़  सकती  हैं । जब  की  जीवन  के  छोटे -बड़े  संघर्ष , छोटी  बड़ी  कमियाँ  हमें  सक्षम  तथा  मजबूत  बनने  में  सहायक  होती  हैं । तो  संघर्ष  से  मत  डरो , संघर्ष  विकास  को  मजबूत  नींव  प्रदान  करती  हैं ।

परम वंदनीय पूज्या गुरु माँ
संदर्भ : प्रेरक प्रसंग

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