सदगुरू
“सदगुरू” परमात्मा का जिवंन्त माध्यम होता है। भारतीय सस्कृती मे सदगुरू देवतुल्य माना गया है। गुरू ब्रम्हा गुरू विष्णु गुरूदेवो महेश्ररा इस एक संन्देश को अगर कोई समझे तो वह समझ जायेगॉ । की परमात्मा सदैव जिंवन्त रहता है। वतेमान मे भी परमात्मा का माध्यम होता है । वह है। इस लिये यह जगत भी है ।वह नही होगा तो जगत भी नही होगा परमात्मा तो विश्वचेतना शक्ती है वह सदैव किसी न किसी माध्यम
से इस जगत मे रहती ही है। श्री प़शुपतीनाथ जी ने मेरी श्री आत्मेश्वर नाथ की यात्राकरायी और जिवन्त परमात्मा के दशेन कराये और परमात्मा मील गया यह संपुणे समाधान प्राप्त हो गया नेपाल की इस यात्रा के बाद आपको भी जिवन्त परमात्मा मीले और आपकी भी अंन्तरयात्रा प्रांरभ हो
यही आप सभी को आशिेवाद है।
आपका अपना
बाबा स्वामी
17/11/18
Comments
Post a Comment