प्रार्थना का प्रभाव

        मेरे पिताजी को हाथ की हड्डी में फैक्चर हो गया था | डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए लगभग 50,000/- रुपए का खर्च बताया | ना तो पिताजी के पास और न हीं हमारे पास इतनी रकम थी | मैंने गुरुदेव को इस परिस्थिति में सहायता करने हेतु प्रार्थना की | मेरे पिताजी जिनके यहां काम करते थे वे महाशय मेरे पिताजी को मिलने आए | उन्होंने कहा - पैसे की चिंता मत करना, मैं आपको 50,000/- रूपए देकर जाता हूं, बाद में धीरे-धीरे चुका देना | गुरुदेव की कृपा में पैसे की व्यवस्था हो गई और ऑपरेशन भी हो गया | किंतु दो-तीन महीने के पश्चात भी हाथ पर सूजन रहती थी जो अत्यंत पीड़ादायक भी थी | सभी उपचार निरर्थक रहे | मेरी माँ ध्यान करती थी पर मेरे पिताजी पूजा-पाठ या नामस्मरण में विश्वास नहीं रखते थे | परंतु एक रात सोते-सोते गुरुदेव की फोटो को देखकर वे प्रार्थना करने लगे कि 'यदि आप सुन रहे हो और यदि मेरे हाथ की सूजन तथा पीड़ा सुबह तक मिटा देते हो तो मैं पांच लिए दिए चलाऊंगा' | पिताजी की ह्रदय से निकली हुई प्रार्थना गुरुदेव ने सुनी और एक ही रात में 2 महीने की व्याधि को ठीक कर दिया | पिताजी ने अति प्रसन्नता पूर्वक गुरुदेव के प्रति आभार व्यक्त किया, दीपक प्रगटाए और मुझे फोन करके यह बात बताई | आज 80 साल की उम्र में पिताजी स्वस्थ जीवन बिता रहे हैं | जैसी कृपा गुरुदेव ने मेरे पिताजी पर कि ऐसी कृपा सब पर करें एेसी गुरुचरण में प्रार्थना !

एक साधिका, बारडोली |
मधुचैतन्य : मार्च-अप्रैल 2018

Comments

Popular posts from this blog

Subtle Body (Sukshma Sharir) of Sadguru Shree Shivkrupanand Swami

सहस्त्रार पर कुण्डलिनी