सुक्ष्म शरीर के काये का प्रांरभ

अभी हाल मे हुये नेपाल कांठमान्डु मे
सपन्न होना ही एक महत्व पुणे घटना
थी।इस शिबीर के सपन्न होने के साथ स्थुल शरीर से होने वाला गुरूकाये भी सपन्न हो गया है।
अब सुक्ष्म शरीर से गुरूकाये का प्रांरभ हुआ है।
अब काये कोई करेगॉ नही पर काये
होगा और सुक्ष्म शरीरका क्षैत्र सारा
विश्व है। अब गुरूकाये उन्ही लोगो
से होगा जो सु़्क्ष्म शरीर से जुडे हुये है। और जो एक पवीत्र आत्मा बनकर
ही काये कर सकते है। क्योकी अब
शरीर के अंहकार के साथ काये संभव
नही होगा।अब ध्यान साधना मे भी
उन्ही की प्रगती होगी जो सुक्ष्म शरीर
के साथ जुडे हुये है।
अब माध्यम का काये सहस्त्रार चक्र
से होगा क्योकी नेपाल विश्व का ही
सहस्त्रार चक्र है। अब समेपण ध्यान
“संस्कार” एक बडे विशाल क्षैत्र मे
प्रवेश कर रहा है।
आप सभी पवीत्र और शुद्ध आत्माऐ
सुक्ष्म शरीर के साथ जुडकर आप
अब आध्यात्मीक क्षैत्र नयी उंचाई
को प्राप्त करे ।
आप सभी को खुब खुब आशिेवाद

         आपका अपना
         बाबा स्वामी
        26/11/2018
काठमांन्डु नेपाल

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