प्रूथ्वि तत्व का सानिध्य
आरती के समय हम नंगे पैरों से सीधे प्रूथ्वि माता के सानिध्य में होते है जिसके कारण हमारी शुद्धी होती है । प्रूथ्वि तत्व का गुणधर्म है कि वह अपनी गुरुत्वाकर्षण शक्ति से हमारे अंदर कि दूषित ऊर्जा को ग्रहण करके हमारी शुद्धता और पवित्रता बढ़ाती है ।
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मधु चैतन्य....
दिसंबर...२०११
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