ध्यान

आज समुचे विश्व मे घुमने के अनुभव
के आधार पर ही कह सकता हु । की
केवल ध्यान ही एक मात्र माध्यम है।
जिसके द्रारा मनुष्य मनुष्य के साथ
जोडा जा सकता है।
                       
आपका
बाबा स्वामी
२३/१०/२०१७

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