भूमि के भीतर

हम अगर अपने दाहिने हाथ का
पंजा पूर्णतः जमीन पर रखें और
आँख बंद कर चित्त को एकाग्र करें
तो भूमि के भीतर की गतिविधियों
को भी जाना जा सकता है। उस
पृथ्वी के भीतर क्या चल रहा है ,वह
जाना जा सकता है । पृथ्वी के भीतर
की आवाजों और भीतर के स्पंदन को
भी जाना जा सकता है ।" ऐसा कहकर
उन्होंने अपने दाहिने हाथ का पंजा
पूर्णतः जमीन पर टिकाया और आँखें
बंद कर चित्त को एकाग्र किया और मुझे
भी करने के लिए कहा,तो सचमुच में
पहले मुझे हल्के से स्पंदन महसूस हुए,
बाद में पृथ्वी के भीतर होनेवाली हलचल
को महसूस किया।पृथ्वी के निचे की
कोनसी परत खिसक रही है, वह पता
लगा और बहुत शांत लगा ।

हि. का.स.योग
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