अपने अपने घर पर हमे भी अपने ध्यान का स्थान निश्चित रखना चाहिए

अपने   अपने   घर पर   हमे   भी   अपने   ध्यान   का   स्थान   निश्चित   रखना   चाहिए ।  ऐसा   करने   से   उस   स्थान    पर   हमारी   ऊर्जा   स्थापित   हो   जाती   है ।  जैसे -जैसे   हम   नियमित   ध्यान   करने   करने   लगते   है   हमारी   आध्यात्मिक   स्थिति   उच्च   होती   जाती   है   और   उसी   के   अनुसार   हमारा   स्थान   भी   ऊर्जायुक्त   होता   जाता   है ।  यदि   किसी   कारण   किसी   दिन   हमारा   मन   अशांत   हो ,  असंतुलित   हो   तब   हमारा   ध्यान   का   स्थान   हमे   संतुलित   होने   मे    हमारी   सहायता   करेगा ।  एक   कहावत   है - " कभी   नाव   गाड़ी   पर   तो   कभी   गाड़ी   नाव   पर  " वैसेही   कभी   आपके   कारण   आपका   ध्यान   का   स्थान   उर्जापुर्ण   होगा   और   कभी     उस   स्थान   के   कारण   आप   संतुलित   हो   जाएँगे ।

प..पु..गुरु माँ
म चैतन्य. -दिसंबर २०१६

Comments

Popular posts from this blog

Subtle Body (Sukshma Sharir) of Sadguru Shree Shivkrupanand Swami

सहस्त्रार पर कुण्डलिनी