A small excerpt from Gurupurnima -- 2013
.....श्री गुरू उवाच
- कर्म के हिसाब -- किताब से ही मोक्ष की स्थिति जुड़ी हुई है । आपकी सोच, आपके विचार , आपका चित्त अगर अच्छाइयों की ओर है तो ये यात्रा अँधेरे से उजाले की ओर ही रही हैं ।
- मोक्ष का गन्यान जीवन में पाना ओर मोक्ष की स्थिति जीवन में प्राप्त करना ये दोनों एक ही जन्म में बहुत कठिन है । लेकिन इसी कठिन साधना को आसान एक ही मार्ग से किया जा सकता है । वो मार्ग है -- समर्पण, समर्पण ओर समर्पण ।
- वास्तव में , शरीर से आत्मा तक पहुँचने का विधि को, पहुँचने की प्रक्रिया को ' गुरूपूजन ' कहते ।
- मेरे लिए एक ही गुरूदीक्षिणा है की आप आपके जीवनकाल मे मोक्ष की स्थिति प्राप्त करो, यही मेरा लक्ष्य है
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