Gurupurnima --2011.
🙏🏻☺ JAI BABA SWAMI 🙏🏻☺ A small excerpt from Gurupurnima --2011. श्री गुरू उवाच........... 🕉 अपना ही आत्मचिंतन करके अपने दोष खोजे, अपनी कोई बुरी आदत खोजें, और खोज कर गुरूपूर्णिमा में गुरूशक्तियों के चरणों पर समर्पित करें । 🕉 शरीर के दोषों की कोई गन्दगी आपके साथ न आने पाए, तभी आप वहाँ परमात्मा से एकरूप हो पाएेंगे । प्रत्येक गुरूपूर्णिमा मे यह स्थिति जो आध्यात्मिक मार्ग की चरमसीमा है , कुछ साधक प्राप्त करते हीं है । 🕉 आपकी एकाग्रता एक जगह रखो, वह लक्ष्य है -- " मोक्ष " । अगर आपको मोक्ष पाना है तो आपको अपना अस्तित्व नष्ट करना पड़ेगा । 🕉 प्रत्येक साधक ने जीवन में एक बार गुरूपूर्णिमा अटेन्ड करनी चाहिए । गुरूपूर्णिमा का दिन भाव और भीतरी स्वरूप के प्रगटीकरण का दिन है । 🕉 जब जब तुम मुझे पुकारते हो तब तब मुझे याहाँ आना पड़ता है । तुम जब भी मेरी ओर एक कदम बढ़ाते हो, मैं तुम्हारी ओर दस कदम बढ़ा कर तुम्हारा हाथ थाम लेता हूँ । 🙏🏻☺ JAI BABA SWAMI 🙏🏻☺
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