"परमात्मा सर्वत्र है "
।। आध्यात्मिक सत्य ।।
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"परमात्मा सर्वत्र है " कोई बाहर खोजते -खोजते भीतर चले जाते है और कोई भीतर खोजते खोजते बाहर आ जाते है । समर्पण ध्यान भीतर खोजते खोजते बाहर आ जाना है । पहले गहरे भीतर उतरो और जानो -परमात्मा आपके भीतर है । और बाद में भीतर से बाहर की यात्रा प्रारंभ करो तो अनुभव होगा " परमात्मा सर्वत्र है ।"...
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"परमात्मा सर्वत्र है " कोई बाहर खोजते -खोजते भीतर चले जाते है और कोई भीतर खोजते खोजते बाहर आ जाते है । समर्पण ध्यान भीतर खोजते खोजते बाहर आ जाना है । पहले गहरे भीतर उतरो और जानो -परमात्मा आपके भीतर है । और बाद में भीतर से बाहर की यात्रा प्रारंभ करो तो अनुभव होगा " परमात्मा सर्वत्र है ।"...
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