*गुरु पूर्णिमा* *हम साधकों का कर्तव्य*
*गुरु पूर्णिमा*
*हम साधकों का कर्तव्य*
पुज्य स्वामीजी से मिलने जाने के पुर्व हमें खुद की स्थिति का अवलोकन करना चाहिए।
शरीर शुद्धि , आहार-विहार, मन-शुद्धि, विचार शांति एवं चित्त-शुद्धि होने के बाद ही हमें जाना चाहिए।
पूज्य स्वामीजी से मिलने के कुछ दिनों पहले, कम से कम एक सप्ताह पूर्व ही शाकाहार , संतुलित आहार विहार, निर्विचारिता, नियमित ध्यान कर,
प्रवचन सुनकर ओर आत्मपरीक्षण के द्वारा अच्छा आभामंडल बनाते हुए उनके पास जा सकते हैं।
क्यों की साधकों को संतुलित करने के लिए पूज्य स्वामीजी को ध्यान की खूब अच्छी स्थिति से साधकों के स्तर तक जाकर कार्य करना पड़ता है।
और इतनी मेहनत के बाद भी हम साधक कितने दिनों तक यह संतुलन बनाए रखते हैं???
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