परमात्मा का प्रथम अहसास

यह अच्छा लगना या अच्छा अनुभव होना ही परमात्मा का प्रथम अहसास होता है। जहाँ परमात्मा का समूह होता है, वहाँ मनुष्य के भीतर के परमात्मा के स्वरूप आत्मा को अच्छा लगता है। यह आत्मा को अच्छा लगना ही परमात्मा की प्रथम अनुभूति है।

भाग ६ - ७८

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