मनुष्य ५०% देव है और ५०% दानव है।
मनुष्य ५०% देव है और ५०% दानव है। यानी हमारे में दोनों का ही अंश विधमान होता है। यानी हम जिनकी संगत में रहते हैं , वे गुण हमारे बढ़ जाते हैं। और हम किस संगत में रहते हैं, उस पर ही हमारा भविष्य तय होता है कि हम भविष्य में देव बनेंगे या दानव। इसीलिए अच्छी संगत करो।
भाग ६ - ८४
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